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फ़रवरी, 2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

धयान रखने योग्य १६ बातें

बोलते समय इन सोलह बातों का खास ध्यान रखना चाहिए ..   1. बहुत ज्यादा नहीं बोलना चाहिए। http://jainismsansar.blogspot.com 2. बिल्कुल चुप भी नहीं रहना चाहिए। http://jainismsansar.blogspot.com 3. समय - समय पर बोलना चाहिए। http://jainismsansar.blogspot.com 4. दो लोग यदि बात कररहे हैं तो उनके बीच में बिना पूछे नहीं बोलना चाहिए। http://jainismsansar.blogspot.com 5. बिना सोचे - विचारे कोई बात नहीं करना चाहिए। http://jainismsansar.blogspot.com 6. बोलने में शीघ्रता नहीं करनी चाहिए। http://jainismsansar.blogspot.com 7. ऊट - पटांग बात नहीं करना चाहिए। http://jainismsansar.blogspot.com 8. उलाहना भरी और मतभेदी बात नहीं करना चाहिए। http://jainismsansar.blogspot.com 9. हमेशा धर्म युक्त और यथार्थ बात करनी चाहिए। http://jainismsansar.blogspot.com 10. दूसरे लोगों को जो बातें बुरी लगती हैं वे बात कभी नह...

Anger - क्रोध - गुस्सा

1-  क्रोध को जीतने में मौन सबसे अधिक सहायक है। ———————0——————– 2- मूर्ख मनुष्य क्रोध को जोर - शोर से प्रकट करता है , किंतु बुद्धिमान शांति से उसे वश में करता है। ———————0——————– 3- क्रोध करने का मतलब है , दूसरों की गलतियों कि सजा स्वयं को देना। ———————0——————– 4- जब क्रोध आए तो उसके परिणाम पर विचार करो। ———————0——————– 5- क्रोध से धनी व्यक्ति घृणा और निर्धन तिरस्कार का पात्र होता है। ———————0——————– 6- क्रोध मूर्खता से प्रारम्भ और पश्चाताप पर खत्म होता है। ———————0——————– 7- क्रोध के सिंहासनासीन होने पर बुद्धि वहां से खिसक जाती है। ———————0——————– 8- जो मन की पीड़ा को स्पष्ट रूप में नहीं कह सकता , उसी को क्रोध अधिक आता है। ———————0——————– 9- क्रोध मस्तिष्क के दीपक को बुझा देता है। अतः हमें सदैव शांत व स्थिरचित्त रहना चाहिए। ———————0——————– 10- क्रोध से मूढ़ता...