🙏🏼।। "वर्षीतप" ।।🙏🏼
"वर्षीतप" है प्रभू आदिनाथ को, पूर्व भव के अनजाने किए कर्म के बदले मिली "संवेदना",
इक्षू रस वोहराकर संपन्न पारणेसे जगी आहार दान की सर्वोत्कृष्ट अहोभाव की चेतना।
दादा आदेश्वर से पाई हुई यह है जीनधर्म प्रसार की सर्वोपरी प्रेरणा,
यह तप है जिनशासन की सर्वोत्तम संयमी बेजोड साधना।
भगवान् ऋषभदेव के काल से चल रही यह है अखंड तपो आराधना,
सदियों से अनगिनत तपस्वियों द्वारा की गई यह है मंगल धर्म प्रभावना ।
"जैनम् जयती शासनम्" के प्रति समर्पित भावसे की हुई यह है अन्तःकरण की धारणा,
"अक्षय तृतीया" के पावन अवसर पर वीर तपस्वी करते है तपसमापन पारणा ।
सभी तपस्वीयों के "वर्षी तप" की हम भावपूर्वक करते है अनुमोदना,
इस महान तप के आराधकोंकेब चरणों मे हमारी भावभरी कोटी कोटी वंदना, कोटी कोटी वंदना ।।👏🏼
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