सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

मार्च, 2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

God see Intention not Presentation

पापा : बेटा आप मेरे साथ मंदिर आकर क्या करोगे ? आपको प्रार्थना नहीं आती है . http://jainismsansar.blogspot.com फिर भी बेटा पापा के साथ मंदिर गया उसके पापा मंदिर में प्रार्थना …  स्तुति … स्तवन करने लगे। तभी उन्होंने देखा कि उनका बेटा भी कुछ बोल रहा है। बहार आकर पापा ने बेटे से पूछा - आपको तो प्रार्थना   …  स्तुति … स्तवन कुछ भी नहीं आते। तो आप मंदिर में क्या बोल रहे थे ?? बेटा   - मेने पूरी हिंदी वर्ण माला २ बार बोली और भगवन से कह दिया कि इसमे से आप आपकी प्रार्थना बना लेना। बेटे का जवाब सुन कर पापा कि आँख भर आई। " शब्दो कि प्रार्थना तो हम अनेक बार कि होगी पर प्रार्थना में भाव होना जरूरी है। " पापा के पास शब्दो कि प्रार्थना थी परन्तु बच्चे कि प्रार्थना में भाव थे। God see Intention not Presentation http:/

तेरा यहाँ कुछ भी नहीं

एक आदमी मर गया | जब उसे महसूस हुआ तो उसने देखा कि भगवान उसके पास आ रहे हैं और उनके हाथ में एक सूट केस है | ■ भगवान ने कहा ~ पुत्र चलो अब समय हो गया | ○○○ आश्चर्यचकित होकर ○○○ www.fb.com/jainismsansar ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● □ आदमी ने जबाव दिया ~ अभी इतनी जल्दी ? अभी तो मुझे बहुत काम करने हैं , मैं क्षमा चाहता हूँ , किन्तु अभी चलने का समय नहीं है | ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● □ आपके इस सूट केस में क्या है ? ■ भगवान ने कहा ~ तुम्हारा सामान | ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● □ मेरा सामान ? आपका मतलब है , कि मेरी वस्तुएं , मेरे कपडे , मेरा धन ? ■ भगवान ने प्रत्युत्तर में कहा ~ ये वस्तुएं तुम्हारी नहीं हैं , ये तो पृथ्वी से सम्बंधित हैं | ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● □ आदमी ने पूछा ~ मेरी यादें ? ■ भगवान ने जबाव दिया ~ वे तो कभी भी तुम्हारी नहीं थीं , वे तो समय की थी

Surya Tilak - सूर्य तिलक

'Surya Tilak' is a unique event in which sun rays appear on the forehead of Mahavir Swami, at KOBA Jain Temple exactly at 2.07 pm on every 22nd of May. 'Surya Tilak' continues for Seven minutes. The large numbers of devotees remain present at this tirth to witness this event every year.   On May 22, Acharya Shree Kailashsagar Suriswarji had spent their last moment in Koba Mahavir Jain Aradhana Kendra. Since then Acharya Shree Padmasagar Suriswarji pioneered to worship Lord Mahavir by Surya Tilak.   There is no magic, but such Surya Tilak has been made possible with the perfect use of Mathematics, Astronomy and traditional knowledge of sculpture. This unbelievable and effective calculations which has created "SURYA TILAK" at every year has calculated by Ganivarya Shree Arvindsagarji Maharaj Saheb.   Source: http://www.jainpanchang.org/panchangganit_author.html    

15 अद्भुत बातें - जिंदगी के हर मोड़ पर

जिंदगी के हर मोड़ पर काम आने वाली 15 अद्भुत बातें   Jainism Sansar ———————0——————– 1. गुण - न हो तो रूप व्यर्थ है . ———————0——————– 2. विनम्रता - न हो तो विद्या व्यर्थ   है . ———————0——————– 3. उपयोग न आए तो धन व्यर्थ है . ———————0——————– 4. साहस न हो तो हथियार व्यर्थ है . ———————0——————– 5. भूख - न हो तो भोजन व्यर्थ है . ———————0——————– 6. होश - न हो तो जोश व्यर्थ है . ———————0——————– 7. परोपकार - न करने वालों का जीवन व्यर्थ है . ———————0——————– 8. गुस्सा - अक्ल को खा जाता है . ———————0——————– 9. अहंकार - मन को खा जाता है . ———————0——————– 10. चिंता - आयु को खा जाती है . ———————0——————– 11. रिश्वत - इंसाफ को खा जाती है . ———————0——————– 12. लालच - ईमान को खा जाता है . ———————0——————– 13. दान - करने से दरिद्रता का अंत हो जाता है . ———————0——————– 14. सुन्दरता - बगैर लज्जा के सुन्दरता