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God see Intention not Presentation

पापा: बेटा आप मेरे साथ मंदिर आकर क्या करोगे ?
आपको प्रार्थना नहीं आती है.
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फिर भी बेटा पापा के साथ मंदिर गया

उसके पापा मंदिर में प्रार्थना …  स्तुतिस्तवन करने लगे।
तभी उन्होंने देखा कि उनका बेटा भी कुछ बोल रहा है।
बहार आकर पापा ने बेटे से पूछा - आपको तो प्रार्थना  …  स्तुतिस्तवन कुछ भी नहीं आते।
तो आप मंदिर में क्या बोल रहे थे??

बेटा  - मेने पूरी हिंदी वर्ण माला बार बोली और भगवन से कह दिया कि इसमे से आप आपकी प्रार्थना बना लेना।

बेटे का जवाब सुन कर पापा कि आँख भर आई।

" शब्दो कि प्रार्थना तो हम अनेक बार कि होगी पर प्रार्थना में भाव होना जरूरी है।"

पापा के पास शब्दो कि प्रार्थना थी परन्तु बच्चे कि प्रार्थना में भाव थे।
God see Intention not Presentation
God see Intention not Presentation

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Prabhu Intention dekhta hai Presentation nahi

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Papa: beta aap mere saath mandir aake kya karoge?
Aapko Prathna to aati nahi...
Phir bhi beta papa ke saath mandir gaya..
Uske papa mandir mei prathna..stuti...stavan karne lage
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Tabhi unhone dekha ki unka beta bhi kuch bol raha hai.....
Bahar aake papa ne bete se pucha...aapko to prathna. ..stuti ..stavan kuch bhi nahi aata to aap mandir mei kya bol rahe the...
Beta: papa meine puri a  to z  5times bola n bhagwan ko keh diya ki isme se aap apni prathna bana lena..
Bete ka jawab sunkar papa ki aankh bhar aayi..
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Shabd ki prathna to humne anek bar ki hogi par prathna mei bhav hona jaruri hai...
Papa ke pass shabd ki prathna thi par bacchhe ki prathna mei bhav the...
Prabhu Intention dekhta hai Presentation nahi...

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