९ श्री पुष्पदंत जी | |
जन्म स्थान | ककन्दि नगरी |
निर्वाण स्थान | सम्मेद शिखरजी |
पिता जी | सुग्रीव राजा |
माता जी | रमा रानी |
चिन्ह / प्रतिक | मगरमच्छ |
नवें तीर्थंकर पुष्पदंत को सुविधिनाथ भी कहा जाता है। आपके पिता का नाम राजा सुग्रीव राज तथा माता का नाम रमा रानी था, जो इक्ष्वाकू वंश से थी। मार्गशीर्ष के कृष्ण पक्ष की पंचमी को काकांदी में आपका जन्म हुआ। मार्गशीर्ष के कष्णपक्ष की छट (6) को आपने दीक्षा ग्रहण की तथा कार्तिक कृष्ण पक्ष की तृतीय (3) को आपको सम्मेद शिखर में कैवल्य की प्राप्ती हुई। भाद्र के शुक्ल पक्ष की नवमी को आपको सम्मेद शिखर पर निर्वाण प्राप्त हुआ। जैन धर्मावलंबियों अनुसार आपका प्रतीक चिह्न- मकर, चैत्यवृक्ष- अक्ष (बहेड़ा), यक्ष- ब्रह्मा, यक्षिणी- काली है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें